फुलों की घाटी जिसे कहा जाता है धरती का स्वर्ग
फूलों की घाटी उत्तराखंड
फूलों की घाटी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है। यह घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और फूलों की विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर विभिन्न प्रकार के फूल पाए जाते हैं। फूलों की घाटी एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है। फूलों की घाटी में ट्रेकिंग का भी आनंद लिया जा सकता है। यहाँ के फूलों का उपयोग औषधि और सौंदर्य प्रसाधन में किया जाता है। फूलों की घाटी की जलवायु बहुत सुहावनी है। यहाँ के फूलों की विविधता बहुत अधिक है। फूलों की घाटी एक संरक्षित क्षेत्र है। यहाँ के फूलों का संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण है। फूलों की घाटी में कई प्रकार के पौधे पाए जाते हैं। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता बहुत आकर्षक है। फूलों की घाटी एक आदर्श पिकनिक स्थल है। यहाँ के फूलों की सुंदरता मन को मोह लेती है।
फूलों की घाटी की खोज
फूलों की घाटी की खोज 1931 में हुई थी, जब पर्वतारोही फ्रैंक एस स्माइथ, एरिक शिप्टन और आर एल हॉल्ड्सवर्थ माउंट कामेट अभियान से लौटते समय अपना रास्ता भटक गए और गलती से इस खूबसूरत घाटी तक पहुंच गए। उन्हें इस घाटी की प्राकृतिक सुंदरता और फूलों की विविधता ने आकर्षित किया, जिसके बाद उन्होंने इसका नाम "फूलों की घाटी" रख दिया। फ्रैंक एस स्माइथ ने अपनी किताब "द वैली ऑफ फ्लावर्स" में इस घाटी का जिक्र किया, जिससे विश्वभर में इसकी प्रसिद्धि हुई
फूलों की घाटी का प्राकृतिक सौंदर्य
फूलों की घाटी का प्राकृतिक सौंदर्य बहुत ही अद्भुत और आकर्षक है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता में शामिल हैं:
1. फूलों की विविधता: यहाँ पर विभिन्न प्रकार के फूल पाए जाते हैं, जो अपनी सुंदरता और विविधता से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
2. हरियाली: घाटी में हरियाली बहुत अधिक है, जो प्राकृतिक सौंदर्य को और भी बढ़ाती है।
3. पर्वत शिखर: घाटी के आसपास पर्वत शिखर हैं, जो अपनी ऊंचाई और सुंदरता से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
4. नदियाँ और झरने: घाटी में नदियाँ और झरने हैं, जो प्राकृतिक सौंदर्य को और भी बढ़ाते हैं।
5. वन्य जीवन: यहाँ पर विभिन्न प्रकार के वन्य जीवन पाए जाते हैं, जो प्राकृतिक सौंदर्य को और भी आकर्षक बनाते हैं।
6. सूर्योदय और सूर्यास्त: घाटी में सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य बहुत ही सुंदर होता है, जो पर्यटकों को आकर्षित करता है।
7. प्राकृतिक शांति: घाटी में प्राकृतिक शांति बहुत अधिक है, जो पर्यटकों को आराम और सुकून प्रदान करती है।
फूलों की घाटी में विभिन्न प्रकार के फूल खिलते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख फूल हैं:
1. ब्रह्म कमल
2. गेरानियम
3. प्रिमुलस
4. एस्टर्स
5. ट्रोलियस
6. लेडीज स्लीपर ऑर्किड
7. गोल्डन लिली
8. एनीमोन टेट्रासेप्ला
फुलों की घाटी से बहने वाली नदी
फूलों की घाटी से पुष्पावती नदी बहती है, जो आगे चलकर अलकनंदा नदी से मिल जाती है। यह नदी घाटी की सुंदरता और जैव विविधता को और भी बढ़ाती है। इसके अलावा, भुइंदर गंगा भी फूलों की घाटी के पास से बहती है, जिसकी ऊपरी विस्तार पुष्पावती नदी के बेसिन से है। ये नदियाँ फूलों की घाटी की प्राकृतिक सुंदरता को और भी आकर्षक बनाती हैं
फुलों की घाटी घूमने का समय
फूलों की घाटी घूमने का सबसे अच्छा समय जुलाई से सितंबर तक है, जब यहाँ के फूल पूरी तरह से खिले होते हैं। इस दौरान आप विभिन्न प्रकार के फूलों को देख सकते हैं, जिनमें गेरानियम, प्रिमुलस, एस्टर्स और ट्रोलियस शामिल हैं।
फूलों की घाटी घूमने के लिए सबसे अच्छे महीने:
- जुलाई: जुलाई में फूलों की घाटी अपने चरम पर होती है, जब फूल पूरी तरह से खिले होते हैं। इस महीने में आप गोल्डन लिली, एनीमोन टेट्रासेप्ला और गेरानियम जैसे फूल देख सकते हैं।
- अगस्त: अगस्त में फूलों की घाटी में विभिन्न प्रकार के फूल खिले होते हैं, जिनमें लेडीज स्लीपर ऑर्किड और अन्य प्रजातियाँ शामिल हैं। इस महीने में घाटी में हरियाली और फूलों की अधिकता होती है।
- सितंबर: सितंबर में घाटी में फूलों की संख्या कम होने लगती है, लेकिन फिर भी आप विभिन्न प्रकार के फूल देख सकते हैं। इस महीने में मौसम भी शांत और सुहावना होता है।
इन महीनों में घाटी में जाने से पहले मौसम और तापमान की जानकारी जरूर लें
- जुलाई में तापमान 20°C से 26°C तक रहता है।
- अगस्त में तापमान 12°C से 6°C तक रहता है।
- सितंबर में तापमान 11°C से 4°C तक रहता है।
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