Breaking

प्रकृति की गोद में बसा स्वर्ग- जानें दार्जिलिंग से संबंधित रोचक तथ्य

 दार्जिलिंग से संबंधित रोचक तथ्य - Darjeeling facts in Hindi 


दार्जिलिंग 

Darjeeling- facts- in- hindi
Darjeeling


दार्जिलिंग भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में (darjeeling facts in hindi) स्थित एक प्रमुख हिल स्टेशन है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और चाय बागानों के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर हिमालय की तलहटी में स्थित है, और इसकी ऊंचाई लगभग 2,134 मीटर है। दार्जिलिंग अपनी चाय के लिए विश्व प्रसिद्ध है, जो अपने विशिष्ट स्वाद और गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। यहाँ के चाय बागानों में विभिन्न प्रकार की चाय का उत्पादन किया जाता है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। दार्जिलिंग की प्राकृतिक सुंदरता, जिसमें हिमालय के दृश्य, झीलें और बाग़ शामिल हैं, पर्यटकों को आकर्षित करती है। यह शहर अपनी सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए भी जाना जाता है।


 दार्जिलिंग की स्थापना

दार्जिलिंग की स्थापना (बसावट) ब्रिटिशों द्वारा 19वीं शताब्दी में की गई थी।

 मुख्य भूमिका में थे – ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (darjeeling facts in hindi) के अधिकारी सन् 1828 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के दो अधिकारी – कैप्टन लॉयड (Captain Lloyd) और डॉ. चैपमैन (Dr. Chapman) ने दार्जिलिंग क्षेत्र का सर्वेक्षण किया।उन्होंने इस क्षेत्र की जलवायु को अंग्रेज अधिकारियों के लिए "ग्रीष्मकालीन स्वास्थ्य केंद्र" (hill station) के रूप में उपयुक्त पाया।

 सिक्किम से प्राप्त भूमि

उस समय दार्जिलिंग क्षेत्र सिक्किम के राजा (चोग्याल) के अधीन था। 1835 में सिक्किम के राजा ने यह भूमि अंग्रेजों को "उपहार" के रूप में दे दी। इसके बाद अंग्रेजों ने वहाँ एक छोटा सैन्य चौकी और सैनिटोरियम (स्वास्थ्य केंद्र) बनवाया।

 दार्जिलिंग का विकास

1840 के दशक में दार्जिलिंग का तेजी से विकास हुआ – सड़कों, चाय बागानों और स्कूलों की स्थापना शुरू हुई।ब्रिटिशों ने यहाँ चाय की खेती शुरू की, जो आगे चलकर दार्जिलिंग को अंतरराष्ट्रीय पहचान देने वाली चीज़ बनी।

Darjeeling


1. दार्जिलिंग  शहर को  "पूर्व का स्वर्ग" (Queen of the Hills) कहा जाता है।


2. दार्जिलिंग की सबसे प्रसिद्ध विशेषता यह है की दार्जिलिंग अपनी विश्वप्रसिद्ध चाय (Darjeeling Tea) और टॉय ट्रेन (Darjeeling Himalayan Railway) के लिए प्रसिद्ध है।


3.  दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (DHR) यह टॉय ट्रेन 1881 में शुरू हुई थी और इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है। यह 2 फीट चौड़ी नैरो गेज रेलवे है जो जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग तक जाती है।


4. दार्जिलिंग की चाय को "चाय की शाही रानी" (Champagne of Teas) कहा जाता है। इसकी खुशबू, स्वाद और गुणवत्ता विश्वभर में प्रसिद्ध है।


5.  ऊँचाई दार्जिलिंग समुद्र तल से लगभग 2,042 मीटर (6,700 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है।


6.  यहाँ की जलवायु वर्षभर ठंडी और सुहावनी रहती है, जिससे यह पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है।


7.  कंचनजंघा का दृश्य  दार्जिलिंग से कंचनजंघा पर्वत (दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची चोटी) का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है, खासकर टाइगर हिल से सूर्योदय के समय।


8.  संस्कृति और जनजातियाँ  यहाँ नेपाली, लेपचा, भूटिया और बंगाली संस्कृति का मिश्रण देखने को मिलता है। नेपाली भाषा यहाँ की प्रमुख भाषा है।


9.  प्रसिद्ध विद्यालय और संस्थान दार्जिलिंग में कई प्रतिष्ठित विद्यालय हैं जैसे सेंट पॉल्स स्कूल, जो 1800 के दशक में स्थापित हुआ था।


10. मोंगास्टरियाँ और बौद्ध धर्म यहाँ कई बौद्ध मठ (Monasteries) हैं, जैसे घूम मठ, जो दार्जिलिंग का सबसे पुराना तिब्बती मठ है।


11.दार्जिलिंग का अर्थ

"दार्जिलिंग" नाम दो तिब्बती शब्दों से मिलकर बना है – "Dorje" (वज्र) और "Ling" (स्थान), जिसका अर्थ होता है "वज्र का स्थान"।


12. पर्यटन स्थल

दार्जिलिंग में प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं: टाइगर हिल, बतासिया लूप, जापानी मंदिर, हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टिट्यूट, पद्मजा नायडू चिड़ियाघर।


13. चाय बागान: यहाँ के चाय बागानों में विभिन्न प्रकार की चाय का उत्पादन किया जाता है, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं।


14. सांस्कृतिक विरासत: दार्जिलिंग अपनी सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए भी जाना जाता है, जिसमें विभिन्न मंदिर, चर्च और अन्य ऐतिहासिक स्थल शामिल हैं।


15. फिल्मों की शूटिंग

दार्जिलिंग की सुंदर वादियाँ कई बॉलीवुड फिल्मों का हिस्सा रही हैं, जैसे "बार्फ़ी" और "मेन हू ना"।


No comments:

Post a Comment