भारत के प्रमुख बाँध और नदियाँ/ List of Important Dam in India
नागार्जुनसागर बांध
नागार्जुनसागर बांध भारत के तेलंगाना राज्य में स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है, जो कृष्णा नदी पर बना है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
नागार्जुनसागर बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: नागार्जुनसागर बांध का मुख्य उद्देश्य सिंचाई, जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1955 में शुरू हुआ और 1967 में पूरा हुआ। इसकी आधारशिला जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 124 मीटर (407 फीट)- लंबाई: 1,550 मीटर (5,090 फीट)
- जलाशय क्षमता: 11,472 मिलियन क्यूबिक मीटर
- 26 गेट, जो 13 मीटर चौड़े और 14 मीटर ऊंचे हैं
पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व:
- नागार्जुनकोंडा: बांध के पास स्थित एक द्वीप, जो प्राचीन बौद्ध स्थलों और अवशेषों के लिए प्रसिद्ध है।
- बोटिंग और जल गतिविधियां: बांध के जलाशय में बोटिंग और अन्य जल गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है।
पोचमपाड बांध नदी (गोदावरी) राज्य (आंध्र प्रदेश)
पोचमपाड बांध भारत के तेलंगाना राज्य में गोदावरी नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
पोचमपाड बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: पोचमपाड बांध का मुख्य उद्देश्य सिंचाई, जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1991 में शुरू हुआ और 2004 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 42.5 मीटर (139 फीट)
- लंबाई: 45 किलोमीटर (28 मील)
- जलाशय क्षमता: 2,240 मिलियन क्यूबिक मीटर
बांध के लाभ:
- सिंचाई: पोचमपाड बांध आदिलाबाद, नांदेड़ और अन्य जिलों में सिंचाई के लिए जल प्रदान करता है।
- जलविद्युत ऊर्जा: बांध में जलविद्युत परियोजना है, जो क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करती है।
- बाढ़ नियंत्रण: बांध बाढ़ के पानी को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- पोचमपाड बांध तेलंगाना राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण जल संसाधन है।
- बांध के निर्माण से क्षेत्र में कृषि और उद्योगों को बढ़ावा मिला है।
- बांध के जलाशय में मछली पालन और अन्य जल गतिविधियों के अवसर भी हैं।
श्रीशैलम बांध नदी (कृष्णा) राज्य (आंध्र प्रदेश)
श्रीशैलम बांध भारत के आंध्र प्रदेश राज्य में कृष्णा नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
श्रीशैलम बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: श्रीशैलम बांध का मुख्य उद्देश्य जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1960 में शुरू हुआ और 1984 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 145 मीटर (476 फीट)
- लंबाई: 512 मीटर (1,680 फीट)
- जलाशय क्षमता: 215.8 टीएमसी फीट
महत्वपूर्ण बिंदु:
- श्रीशैलम बांध आंध्र प्रदेश राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण जल संसाधन है।
- बांध के निर्माण से क्षेत्र में कृषि और उद्योगों को बढ़ावा मिला है।
- बांध के जलाशय में मछली पालन और अन्य जल गतिविधियों के अवसर भी हैं।
सरदार सरोवर बांध नदी (नर्मदा) राज्य (गुजरात)
सरदार सरोवर बांध भारत के गुजरात राज्य में नर्मदा नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
सरदार सरोवर बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: सरदार सरोवर बांध का मुख्य उद्देश्य सिंचाई, जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन और पेयजल आपूर्ति है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1987 में शुरू हुआ और 2017 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 163 मीटर (535 फीट)
- लंबाई: 1,210 मीटर (3,970 फीट)
- जलाशय क्षमता: 9,460 मिलियन क्यूबिक मीटर
महत्वपूर्ण बिंदु:
- सरदार सरोवर बांध गुजरात राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण जल संसाधन है।
- बांध के निर्माण से क्षेत्र में कृषि और उद्योगों को बढ़ावा मिला है।
- बांध के जलाशय में मछली पालन और अन्य जल गतिविधियों के अवसर भी हैं।
उकाई बांध नदी (ताप्ती) राज्य (गुजरात)
उकाई बांध भारत के गुजरात राज्य में ताप्ती नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
उकाई बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: उकाई बांध का मुख्य उद्देश्य सिंचाई, जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1964 में शुरू हुआ और 1972 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 80.772 मीटर (265 फीट)
- लंबाई: 4,927 मीटर (16,165 फीट)
- जलाशय क्षमता: 7,414 मिलियन क्यूबिक मीटर
हीराकुड बांध नदी (महानंदी) राज्य (उड़ीसा)
हीराकुंड बांध भारत के ओडिशा राज्य में महानदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
हीराकुंड बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: हीराकुंड बांध का मुख्य उद्देश्य बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई और जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1948 में शुरू हुआ और 1957 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 60.96 मीटर (200 फीट)
- लंबाई: 25.8 किलोमीटर (16 मील)
- जलाशय क्षमता: 5,896 मिलियन क्यूबिक मीटर
भाखड़ा नांगल बांध नदी (सतलुज) राज्य (पंजाब)
भाखड़ा नांगल बांध भारत के पंजाब और हिमाचल प्रदेश राज्यों की सीमा पर सतलुज नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
भाखड़ा नांगल बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: भाखड़ा नांगल बांध का मुख्य उद्देश्य जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1948 में शुरू हुआ और 1963 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 226 मीटर (741 फीट)
- लंबाई: 518 मीटर (1,699 फीट)
- जलाशय क्षमता: 9.34 अरब घन मीटर
पोंग (महाराणा प्रताप सागर) बांध नदी (ब्यास) राज्य (हिमाचल प्रदेश)
पोंग बांध भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में ब्यास नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
पोंग बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: पोंग बांध का मुख्य उद्देश्य जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1961 में शुरू हुआ और 1975 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 133 मीटर (436 फीट)
- लंबाई: 1,951 मीटर (6,401 फीट)
- जलाशय क्षमता: 8,570 मिलियन क्यूबिक मीटर
थीन (रणजीत सागर) बांध नदी (रवि) राज्य (पंजाब)
थीन बांध भारत के पंजाब राज्य में रावी नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
थीन बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: थीन बांध का मुख्य उद्देश्य जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1981 में शुरू हुआ और 2011 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 73 मीटर (240 फीट)
- लंबाई: 617 मीटर (2,024 फीट)
- जलाशय क्षमता: 3,280 मिलियन क्यूबिक मीटर
बगलिहार बांध नदी (चिनाब) राज्य (जम्मू एवं कश्मीर)
बगलिहार बांध भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में चिनाब नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण बांध है। यह बांध अपनी विशाल संरचना और जल संसाधनों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
बगलिहार बांध के मुख्य तथ्य:
- उद्देश्य: बगलिहार बांध का मुख्य उद्देश्य जलविद्युत ऊर्जा उत्पादन है।
- निर्माण: बांध का निर्माण 1999 में शुरू हुआ और 2008 में पूरा हुआ।
- विशेषताएं:
- ऊंचाई: 143 मीटर (469 फीट)
- लंबाई: 812 मीटर (2,664 फीट)
- जलाशय क्षमता: 475 मिलियन क्यूबिक मीटर
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